गांधीनगर | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ (स्टेट वाइड अटेंशन ऑन ग्रिवेंसेस बाई एप्लीकेशन ऑफ टेक्नोलॉजी) कार्यक्रम में जिला और तहसील प्रशासकों को यह निर्देश दिया है कि वे जिला और तहसील स्तर पर आने वाली नागरिकों की शिकायतों और समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण करने का सक्रिय दृष्टिकोण अपनाएं। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति को दूर करना आवश्यक है, जहां जिला और तहसील स्तरीय ‘स्वागत’ में लोगों की समस्याओं का लंबे समय तक निराकरण नहीं होता और उन्हें इसके लिए राज्य ‘स्वागत’ तक आना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को गांधीनगर में जुलाई-2024 महीने के राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ ऑनलाइन कार्यक्रम में मिली शिकायतों और समस्याओं के निवारण के लिए जिला प्रशासन को मार्गदर्शन देते हुए ये निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तहसीलदारों के तहसील स्तरीय ‘स्वागत’ कार्यक्रम के प्रदर्शन की समीक्षा भी की। जुलाई-2024 के इस ‘स्वागत’ में राज्य, जिला और तहसील ‘स्वागत’ में कुल मिलाकर 2538 अभ्यावेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 59 फीसदी यानी 1495 का निराकरण कर दिया गया है। गुरुवार को राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ में राजस्व, शहरी विकास, पुलिस और सड़क एवं भवन विभाग से जुड़ी शिकायतें और समस्याएं प्राप्त हुई थीं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अभ्यावेदकों से उनकी समस्याओं और शिकायतों को विस्तार से समझा और उनके त्वरित निवारण के लिए संबंधित विभागों के सचिवों और संबंधित जिला-शहरी प्रशासकों को दिशानिर्देश दिए। संबंधित अभ्यावेदकों ने भी इस संबंध में अपना संतोष व्यक्त किया। राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी, मुख्यमंत्री की सचिव श्रीमती अवंतिका सिंह और विशेष कार्य अधिकारी धीरज पारेख के अलावा संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
तहसील और जिलों की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण करने का सक्रिय दृष्टिकोण अपनाएं : मुख्यमंत्री
You Might Also Like
Leave a comment
Leave a comment
- Advertisement -
- Advertisement -