ढाका । बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने का रास्ता साफ हो चुका है। गुरुवार शाम को प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई सरकार शपथ लेगी। शपथ से पहले एक लेख में युनूस ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों का जिक्र कर कहा है कि भारत के साथ घनिष्ठ मित्रता को फिर से शुरू करने के कई अवसर जल्द ही आएंगे। लेकिन उन्होंने कहा कि भारत ने शेख हसीना का समर्थन किया, जो बांग्लादेश के लोगों की भावनाओं के अनुरूप नहीं है। इससे कहीं ना कहीं दोनों देशों के रिश्ते में दरार आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक युनूस ने कहा, हालांकि भारत जैसे कुछ देशों ने शेख हसीना का समर्थन किया, जिसके नतीजे में उन्हें बांग्लादेशी लोगों की नाराजगी हासिल हुई है। इससे रिश्तों में कुछ दरारें बनी हैं, जिन्हें ठीक करके द्विपक्षीय सबंधों में सुधार लाने और भारत से करीबी दोस्ती को फिर से शुरू करने के कई अवसर आने वाले समय में हमारे पास आने वाले है। युनूस ने कहा कि बांग्लादेश में नई सरकार के आने से देश की ताकत दुनिया में बढ़ेगी। यूनुस ने कहा कि अंतरिम सरकार का अगला कदम सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करना और यह सुनिश्चित करना होगा कि कुछ महीनों में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हों। उन्होंने कहा कि मैं इस प्रक्रिया का समर्थन करने में मदद करने को तैयार हूं और मुझे उम्मीद है कि अन्य लोग भी मेरे साथ जुड़ सकते है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने जा रहे नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस एक अर्थशास्त्री और बैंकर हैं। उन्हें माइक्रोक्रेडिट बाजार विकसित करने के उनके काम के लिए 2006 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यूनुस को ग्रामीण बैंक के माध्यम से हजारों लोगों को गरीबी से बाहर लाने के लिए सराहना मिली थी, जिसकी स्थापना उन्होंने 1983 में की थी।
प्रोफेसर यूनुस ने क्यों कहा…….हसीना का समर्थन कर भारत ने ठीक नहीं किया
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