भारतीय नौसेना ने एक बार फिर समुद्र में अपनी ताकत का परिचय दिया है।
भारत की समुद्री सेना ने सोमाली लुटेरों से श्रीलंकाई जहाज को सफलतापूर्वक बचा लिया है। तीन दिनों में भारतीय नौसेना का यह तीसरा सफल ऑपरेशन है।
इससे पहले नौसेना ने अरब सागर में अतुल्य साहस का परिचय देते हुए एक ईरानी जहाज को सोमाली लुटेरों से चंगुल से छुड़ाया था।
साथ ही 19 पाकिस्तानी मछुआरों समेत पूरे जहाज को बचा लिया था।
नौसेना ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसने सेशेल्स रक्षा बलों और श्रीलंका नौसेना के सहयोग से सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत श्रीलंकाई जहाज को सफलतापूर्वक बचा लिया है।
नौसेना के अनुसार, तीन समुद्री लुटेरों ने सेशेल्स तट रक्षक के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, चालक दल के सभी छह सदस्य सुरक्षित हैं और जहाज को सेशेल्स में माहे ले जाया जा रहा है।
INS शारदा की मदद से चलाया ऑपरेशन
बीते काफी समय से महासागरों में लूट की घटनाएं सामने आ रही हैं। नौसेना को सोमालिया के मोगादिशु से पूर्व में सुमद्री रास्ते पर श्रीलंकाई झंडे वाले मछली पकड़ने वाले एक जहाज की अपहरण की सूचना मिली थी।
पता लगा कि 27 जनवरी को तीन समुद्री लुटेरे मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर पर चढ़े और उसका अपहरण कर लिया।
नौसेना ने 28 जनवरी को आईएनएस शारदा को मदद के लिए तैनात किया और हेल सी गार्डियन को अपहृत श्रीलंकाई जहाज का पता लगाने और उसे रोकने का काम सौंपा।
नौसेना ने एक बयान में कहा, “ उसकी टीम ने श्रीलंका और सेशेल्स बलों की मदद से 29 जनवरी को जहाज को ट्रैक किया। कुछ देर चले इस ऑपरेशन में टीम ने तीनों लुटेरों को पकड़ लिया है। पिछले तीन दिनों में नौसेना का यह तीसरा सफल समुद्री डकैती रोधी अभियान है।”
19 पाकिस्तानियों को रिहा किया
इससे पहले दिन में, नौसेना ने कहा था कि उसने एक ऑपरेशन में 11 सोमाली समुद्री डाकुओं से 19 पाकिस्तानी नागरिकों के एक दल को बचाया।
सोमवार को, आईएनएस सुमित्रा ने ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज एफवी इमान पर समुद्री डकैती के प्रयास को विफल कर दिया।
यह घटना पिछले साल दिसंबर से अरब सागर में समुद्री डकैती और वाणिज्यिक जहाजों पर मिसाइल या ड्रोन हमलों की नई घटनाएं हैं।
वर्तमान में भारत के लगभग 10-12 युद्धपोत अरब सागर में तैनात हैं, जिनमें आईएनएस कोच्चि, आईएनएस मोर्मुगाओ, आईएनएस कोलकाता , आईएनएस चेन्नई और एक अन्य युद्धपोत शामिल है।