भोपाल । प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद 70 साल की उम्र के बुजुर्गों को धोखाधड़ी शुरू हो गई है। आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर मनमाना शुल्क वसूले जाने और बिना दस्तावेज के ही पांच लाख रुपए तक का इलाज मुहैया करवाने वालों का फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है। शासन के निर्देश जारी होने के बाद ही आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाना है। हालांकि अभी स्वास्थ्य विभाग से 70 साल से अधिक के बुजुर्गों की सूची तैयार करने की खानापूर्ति की जा रही है।
सरकारी योजना का लाभ दिलाने के लिए योजना के निर्देश के पहले ही बिचौलिए और दलाल सक्रिय हो जाते हैं। इन दिनों एमपी ऑनलाइन और कई तरह के कम्प्यूटर का काम करने वाले दलाल आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर वसूली कर रहे हैं। ठगी का शिकार हो रहे बुजुर्ग जब कलेक्टर कार्यालय में जानकारी के लिए पहुंचे तो खुलासा हुआ कि बुजुर्गों से आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर 200 से 500 रुपए तक की ठगी की जा रही है। अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा कि अभी आयुष्मान कार्ड नहीं बन रहे हैं। ठगी से बचें, शासन के निर्देश के बाद ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसकी घोषणा और कार्रवाई शुरू करने के लिए पृथक से निर्देश भी जारी किए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार जैसे ही आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, उसके लिए जागरूकता अभियान भी शुरू होगा। ज्ञात हो कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देश के बाद आयुष्मान वॉकेथान का आयोजन किया गया था, जिसके बाद बुजुर्गों में आयुष्मान कार्ड को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई।
ठगी से बचें… नहीं बन रहे आयुष्मान कार्ड
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