रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछली सरकार में करीब 2161 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ था. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है और वे रिमांड पर हैं. वहीं, ED ने हरीश लखमा को फिर पूछताछ के लिए बुलाया है. हरीश लखमा अपने वकील के साथ ED दफ्तर पहुंचे. जहां ED उनसे घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ कर रही है. मालूम हो कि हरीश के पिता कवासी लखमा को ED ने 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था. तब से वे ED की रिमांड पर हैं. 21 जनवरी को भी ED ने कवासी लखमा को कोर्ट में पेश किया था. इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया था. कवासी लखमा को अब 5 फरवरी को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
ये है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला मामला
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में साल 2019-2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची गई थी. इसके लिए डुप्लीकेट होलोग्राम का इस्तेमाल किया गया। इससे छत्तीसगढ़ को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ। इस बीच शराब को स्कैनिंग से बचाने के लिए नकली होलोग्राम का इस्तेमाल किया गया। यह पकड़ में नहीं आया। होलोग्राम बनाने के घोटाले में शामिल लोगों ने उत्तर प्रदेश नोएडा होलोग्राफी की पीएचएसई (प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) कंपनी को यह काम सौंपा था। इस मामले में ईडी ने पूरा कच्चा चिट्ठा खोल दिया है।
28 दिसंबर को ईडी ने पिता-पुत्र के ठिकानों पर की थी छापेमारी
दिसंबर 2024 में ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के रायपुर और धरमपुर स्थित बंगलों पर छापेमारी की थी। जहां पूर्व मंत्री की गाड़ी निकालकर तलाशी ली गई और दस्तावेज खंगाले गए। इसके साथ ही कवासी के करीबी सुशील ओझा और उनके बेटे हरीश लखमा के सुकमा जिले स्थित आवास पर भी छापेमारी की गई। इसके साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के आवास पर भी छापेमारी की गई।