रूस-यूक्रेन में सालों से जारी युद्ध के बीच अब उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो बड़ी तैयारी कर रही है।
संगठन के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि नाटो आने वाले वर्षों में यूक्रेन को अधिक सैन्य सहायता प्रदान करने की योजना पर चर्चा कर रहा है।
उन्होंने बताया कि बेहतर सैन्य साजो-सामान से लैस रूसी सैनिकों के युद्ध में बढ़त बनाने के मद्देनजर उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) यूक्रेन को सैन्य सहायता बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने यहां संगठन के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करने से पहले कहा, ‘‘हमारा दृढ़ विश्वास है कि यूक्रेन को समर्थन दीर्घकालिक नाटो प्रतिबद्धताओं पर निर्भर होना चाहिए।’’ स्टोल्टेनबर्ग ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम ऐसा क्यों कर रहे हैं, इसका कारण यूक्रेन में युद्ध के मैदान की स्थिति है। यह गंभीर है।’’
नाटो के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले स्टोल्टेनबर्ग ने संवाददाताओं से कहा “यूक्रेन को तत्काल सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है, समर्थन प्रदान करने में किसी तरह भी देरी के परिणाम युद्ध के मैदान में दिखेंगे, गठबंधन को हमारे समर्थन की गतिशीलता को बदलने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि नाटो को दीर्घावधि के लिए यूक्रेन को विश्वसनीय और पूर्वानुमानित सुरक्षा सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए।
इससे पहले दिन में, यूक्रेन ने दो साल से अधिक समय से जारी युद्ध के कारण सैन्य बलों की कमी के चलते सैन्य भर्ती की उम्र 27 से घटाकर 25 वर्ष कर दी।
माना जाता है कि यूक्रेन गोला-बारूद के साथ ही सैनिकों की संख्या में कमी का सामना कर रहा है, जिसके कारण रूस युद्ध में यूक्रेन पर हावी हो सका है।
गौरतलब है कि रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन में अपना ‘विशेष सैन्य अभियान’ शुरू किया था। पुतिन ने कई मौकों पर कहा है कि रूस नाटो देशों पर हमला नहीं करने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि रूस किसी को धमकी नहीं देता है, लेकिन उन कृत्यों को भी नजरअंदाज नहीं करेगा जो उसके हितों के लिए खतरा साबित हो सकती हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने कहा था कि रूस की नाटो के साथ युद्ध करने की कोई योजना नहीं है और इस तरह के विचार को खारिज किया। उन्होंने यह कहा कि अमेरिकी रक्षा बजट 2022 में रूस की तुलना में 10 गुना अधिक था।