अमेरिका की एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के टेम्पे कैंपस में ‘वॉर जोन’ जैसा माहौल बन गया।
यहां फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले कुल 69 प्रदर्शनकारियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों पर विश्वविद्यालय की नीति का उल्लंघन करने का आरोप है।
ये सभी गिरफ्तारियां फीनिक्स मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में पब्लिक रिसर्च यूनिवर्सिटी के मुख्य परिसर से की गई।
विश्वविद्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘प्रदर्शनकारियों को विश्वविद्यालय की नीति का उल्लंघन करते हुए डेरा डालने के बाद अतिक्रमण करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।’
दरअसल, गाजा में लंबा संघर्ष मानवीय आपदा का रूप ले चुका है। इसे लेकर इजरायली सैन्य कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन अमेरिका भर में प्रमुख विश्वविद्यालय परिसरों में फैल रहा है और सैकड़ों लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
फिलिस्तीनी सूत्रों के अनुसार, शनिवार को मध्य और दक्षिणी गाजा पर इजरायली हवाई हमलों के चलते 22 फिलिस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
इस संघर्ष के खिलाफ यूरोपीय देश के विश्वविद्यालयों में भी विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इस मुद्दे पर पेरिस के विशिष्ट विश्वविद्यालय साइंसेज पो पर शुक्रवार को विद्यार्थियों ने धरना दिया और आवाजाही को रोक दिया।
यहां इजरायल समर्थक प्रदर्शनकारी और फिलिस्तीन समर्थक विद्यार्थियों के आमने-सामने आने से तनाव और अधिक बढ़ गया।
छात्रों ने अनोखे अंदाज में किया प्रदर्शन
फिलिस्तीनी समर्थक छात्रों ने काले और सफेद केफियेह हेड स्कार्फ पहना, जो गाजा के साथ एकजुटता का प्रतीक बन गया है। इजरायल समर्थक प्रदर्शनकारी कुछ इजरायली और कुछ फ्रांसीसी झंडे लपेटे हुए थे।
इस बीच, फिलीस्तीनी समर्थक विद्यार्थियों ने संस्था से गाजा में इजरायल की कार्रवाई की निंदा करने की मांग की।
इस दौरान, विद्यार्थियों में पिछले सप्ताह कोलंबिया विश्वविद्यालय में सामूहिक गिरफ्तारी को लेकर बेहद नाराजगी दिखी। गौरतलब है कि इजरायली हमले में करीब 34,305 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।