इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव कराए जाएंगे। राष्ट्रपति पद के लिए इच्छुक उम्मीदवारों को पांच दिनों के अंदर आवेदन करना होगा।
मई की शुरुआत में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी समेत सात लोग मारे गए थे।
ईरान में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव कराए जाएंगे। इसके लिए ईरान के आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने पंजीकरण की अवधि खुलने की घोषणा की है।
पद के लिए कोई भी आवेदन कर सकता है। आंतरिक मंत्रालय ईरान की पुलिस का भी प्रभारी है। यह बिना किसी बाहरी दखल के ईरानी चुनाव की प्रक्रिया पूरी करवाता है।
हालांकि, ईरान में सभी अंतिम फैसले सर्वोच्च नेता 85 वर्षीय अयातुल्लाह अली खामेनेई ही लेते हैं। वाहिदी ने कहा, “ये चुनाव, संसदीय चुनावों की तरह, पूरी सुरक्षा के साथ, अच्छी प्रतिस्पर्धा और सभी की भागीदारी के साथ होंगे।”
इस चुनाव में पांच दिन की अवधि के दौरान 40 से 75 वर्ष के बीच के लोग आनेदन कर सकते हैं। साथ ही आवेदक के पास कम से कम मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
सभी उम्मीदवारों पर ईरान की 12-सदस्यीय गार्जियन काउंसिल फैसला लेगी। गार्जियन काउंसिल मौलवियों और न्यायविदों का एक पैनल है, जिसके प्रमुख खमेनेई ही हैं।
पैनल ने कभी किसी महिला और ऐसे व्यक्ति की उम्मीदवारी स्वीकार नहीं की है, जिसने देश के शासन व्यवस्था में व्यापक बदलाव करने की मांग की हो।
रईसी खमेनेई के शिष्य थे और उन्हें खमेनेई का बेहद करीबी भी माना जाता था। ईरान के 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में रईसी को जीत मिली थी।
उस वक्त गार्जियन काउंसिल ने उन सभी उम्मीदवारों को अयोग्य घोषित कर दिया था जो उन्हें चुनौती दे सकते थे। उस चुनाव में ईरान के इतिहास में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सबसे कम मतदान हुआ।
इसके बाद चौतरफा विरोध और चुनाव के बहिष्कार की खबरों के बीच इस साल के संसदीय चुनाव में भी मतदान प्रतिशत बेहद कम रहा था।
कौन पेश कर रहा है प्रबल दावेदारी
इस पद पर दावेदारों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति, मोहम्मद मोखबर, अग्रणी दावेदार हो सकते हैं, क्योंकि उन्हें कई बार खमेनेई से मिलते देखा गया है।
पूर्व कट्टरपंथी राष्ट्रपति मोहम्मद अहमदीनेजाद और पूर्व सुधारवादी राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी के भी संभावित उम्मीदवारों के रूप में चर्चा है, लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि क्या गार्जियन काउंसिल उन्हें इसके लिए चुनेगी।
आवेदन मंगलवार 4 जून तक किया जा सकता है। उम्मीद है कि गार्जियन काउंसिल 10 दिनों के अंदर अपने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर देगी।
इससे उम्मीदवारों को चुनावी अभियान के लिए जून के अंत में होने वाले मतदान से पहले दो सप्ताह को समय मिल जाएगा।
ईरान के सामने हैं कई चुनौतियां
यह चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब ईरान लगभग हथियार-ग्रेड स्तर पर यूरेनियम को समृद्ध कर रहा है। ईरान ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को हथियारों से लैस किया है।
साथ ही गाजा में युद्ध के बीच इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल हमला भी किया है। तेहरान पर मध्य पूर्व में यमन के हुती विद्रोहियों और लेबनान के हिजबुल्लाह जैसे समूहों को हथियार देने का भी आरोप है।
साथ ही तेहरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है। 2022 में महीसा अमिनी की मौत के बाद विरोध प्रदर्शनों ने देश को हिलाकर रख दिया था। इस बीच ईरान की अर्थव्यवस्था भी चरमराई हुई है।
रईसी पद पर रहते हुए मरने वाले दूसरे ईरानी राष्ट्रपति हैं। 1981 में इस्लामी क्रांति के बाद एक बम विस्फोट में राष्ट्रपति मोहम्मद अली राजाई की मौत हो गई।
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